कोई वादा नहीं!
कोई वादा नहीं
कोई नाता नहीं
फिर भी दिल को मेरे
चैन आता नहीं
चल दिये थे वो क्यों
हमसे नज़रें मिला
बेरूखी का सबब
जान पाता नहीं
तुम न चाहो
तो शिकवा नहीं है हमें
मेरी चाहत को लेकिन
नहीं रोकना
रुबरु न कभी
तेरे ख्यालों से हों
ऐसा लम्हा
मेरे दिल को भाता नहीं
बात छोटी भी है
बात है भी बड़ी
हमको चाहत की
मिलती नहीं क्यों घड़ी
दोष किस्मत को दें
या ज़माने को दें
कोई साथी
हमें समझ पाता नहीं
1 Comments:
प्रिय मित्रों !
आप सभी को सादर अभिवादन !
आप सभी को जान कर अति हर्ष होगा कि हम मुंबई में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन करने जा रहे हैं । सभी साहित्य प्रेमी, कवि, श्रोता, ब्लागर्स एवं अन्य इच्छुक महानुभावों से विनती है कि कृपया इसमें अवश्य सम्मिलित हों । कृपया अपनी उपस्थिति से, अपनी कविताओं से सभी को भाव- विभोर कीजिए... कनाडा से पधारे समीर लाल जी भी इस गोष्ठी का हिस्सा होंगें...
आप सभी से निवेदन है कि कृपया अपना नाम यथाशीघ्र गोष्ठी में दर्ज करवाएं...
हिन्दी की अलग अलग बिधाओं मे रूचि रखने वाले हिन्दी प्रेमियों के बीच की दूरी को कम करने और अपने विचारों के आदान प्रदान एवं मेल - मिलाप का यह एक सुनहरा अवसर है |
कार्यक्रम का विवरण इस प्रकार है -
स्थान - अणुशक्तिनगर, (चेम्बूर) मुम्बई
तारीख - 12-01-2007 (शनिवार)
समय - प्रात: 10.00 बजे
परिचय - 10 - 10.30 बजे प्रात:
काव्य गोष्ठी - 10.30 - 12.30
संपर्क सूत्र
कवि कुलवंत सिंह
022-25595378 (O)
kavi.kulwant@gmail.com
अवनीश तिवारी -
anish12345@gmail.com
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