Text selection Lock by Hindi Blog Tips http://anilchadah.blogspot.com

कुछ तो मैं कह बैठा हूँ, अभी बहुत कुछ बाकी है,

कागज-कलम हैं मीत मेरे, शब्द ही दिल के साकी हैं !

Follow anilkr112 on Twitter

www.earnparttimejobs.com

anilchadah.blogspot.com

multiplexblog.blogspot.com

anubhutiyan.blogspot.com

chunindikahaniyan.blogspot.com

free hit counter codes
www.blogvani.com Hindi Blogs. Com - हिन्दी चिट्ठों की जीवनधारा चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी चिट्ठाजगत चिट्ठाजगत Page copy protected against web site content infringement by Copyscape Visit blogadda.com to discover Indian blogs

प्रेम अनुभूतियाँ

"मेरी अभिव्यक्तियों में सूक्ष्म बिंदु से अन्तरिक्ष की अनन्त गहराईयों तक का सार छुपा है इनमें एक बेबस का अनकहा, अनचाहा प्यार छुपा है " -डा0 अनिल चडडा All the content of this blog is Copyright of Dr.Anil Chadah and any copying, reproduction,publishing etc. without the specific permission of Dr.Anil Chadah would be deemed to be violation of Copyright Act.

Read in your own script

Roman(Eng) Gujarati Bangla Oriya Gurmukhi Telugu Tamil Kannada Malayalam Hindi
Via chitthajagat.in

Thursday, June 21, 2007

तुम्हारा मौन!

तुम्हारा मौन
अर्थों का अथाह सागर
प्यार की गागर
हौले से मुस्करा कर
थोड़ी हलचल मचा देना
मेरे नीरस जीवन में
एक तरंग ला देना

तुम्हारे दो बोलो के लिये
व्यर्थ ही तरसता रहा
तुमने तो
अनकही भीषा का
एक संसार ही रच दिया
इसे पढ़ना-समझना
मुझे भी सिखला देना
मेरे नीरस जीवन में
एक तरंग ला देना

भीगी पलकों के भीगे शब्दों ने
भिगो दिया है मेरा अन्तस तक
अव्यक्त भावना
डूबने-उतरने लगी है
तिनके सी
तुम्हारी व्यथा के सहारे
इसे राह दिखला देना
प्रीत की नाँव में बिठला लेना
मेरे नीरस जीवन में
एक तरंग ला देना

2 Comments:

Blogger Rachna Singh said...

maun kii bhasha hotii hae apni

June 21, 2007 at 7:28 PM  
Blogger Divine India said...

थोड़ी देर चुप रह कर भी काफी कुछ बता दिया सच कहें तो मन को भींगों दिया…मधुरता है प्रत्येक शब्द में…

June 21, 2007 at 10:34 PM  

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home