गीत
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार,
मुझको जीना भी सिखलाओ, सिखलाओ एक बार ।
कोई चाहे दिल से तुमको, तुम जानो न ये बात,
सूनी राहों पर चलना बस चाहे तेरे साथ,
अपना हाथ मुझे पकड़ाओ, पकड़ाओ एक बार ।
मेरे जीवन में तुम आओ,बस आओ एक बार ।
कभी भूल तुम्हे न पाऊँ, इस दिल को कैसे मनाऊँ,
ग़र गीत लिखुँ भी तुम पर, तुम बिन कैसे मैं गाऊँ,
मेरे गीतों को तुम गाओ, बस गाओ एक बार ।
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार ।
तेरा अक्स है दिल पर छाया, जैसे हो मेरा साया,
तेरे बिन कुछ न भाया, सब पा के भी है गवाँया,
मझको भी कभी अपनाओ, अपनाओ एक बार ।
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार ।
मैने जबसे तुमको है देखा, बदली हाथों की रेखा,
पर जानबूझ कर हमको करते हो तुम अनदेखा,
कभी राहों में मिल जाओ, मिल जाओ एक बार।
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार ।
तेरी बातों में है जादू, कैसे रखुँ दिल पे काबू,
मीठे बोलो को सुनाने, कभी पास भी मेरे आ तू,
पतझड़ में लाओ बहार, ले आओ एक बार ।
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार ।
1 Comments:
कभी भूल तुम्हे न पाऊँ, इस दिल को कैसे मनाऊँ,
ग़र गीत लिखुँ भी तुम पर, तुम बिन कैसे मैं गाऊँ,
मेरे गीतों को तुम गाओ, बस गाओ एक बार ।
मेरे जीवन में तुम आओ, बस आओ एक बार ।
सबसे खूबसूरत पंक्तियाँ है अनिल जी...
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