दो पल!
अपनी मसरूफतियों में से
दो पल हमें भी दे दोगे
तो तुम्हारा क्या जायेगा?
किसी मासूम का दिल
तो संभल जायेगा!
यूँ तो दुनिया में
बहुत कुछ है
दिल लगाने को
दिल से दिल लगाओगे
तो कुछ और ही
नशा आयेगा!
हम जैसे
तुम्हारे दीवाने को
कुछ और नहीं चाहिये
दो पल बात कर लोगे
तो जीवन
थोड़ा तो संवर जायेगा!
कब तक
भागते रहोगे दूर
दुनिया की
अनकही खुशियों से
और काटते रहोगे वक्त
करके मरहूम खुद को
हंसीं वादियों से
दो पल बैठोगे हमारे साथ
तो खुद ही
जीवन का सबब
समझ आ जायेगा!
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1 Comments:
सुन्दर है.
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