नहीं सह पायेंगें!
अब न तो कुछ सुन पायेंगें, न ही कुछ कह पायेंगें,
पर मालुम नहीं, तुम बिन रह पायेंगें या नहीं रह पायेंगें ।
सब से हंसीं था वो पल जो तेरे साथ था गुजरा,
उस पल की याद न मालुम सह पायेंगें या नहीं सह पायेंगें ।
इस भीड़ भरी दुनिया में तेरा ही साथ तो भाया था,
तुझ बिन अकेले न मालुम रह पायेंगें या नहीं रह पायेंगे।
कोई ज़ख्म पे ज़ख्म दिये जाये, कोई ज़ख्म ही लिये जाये,
इस दिल पर इक और चोट सह पायेंगे या नहीं सह पायेंगें।
इक जमाना गुजर गया हँसी से रूबरू हुए हमें,
सांस रहते कोई खुशी हम ले पायेंगें या नहीं ले पायेंगें।
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