तुम दो पल हाथ थमा दो ना !
इतना प्रिय तेरा दर्द प्रिये, कुछ और दर्द मुझे दे दो ना,
सहलाओ चाहे न ज़ख्म मेरे, यादों का मरहम लगा दो ना !
तेरी प्रेम-सुधा वैतरणी में, अवसाद में डूबा-उतरा हूँ,
अपने नयनों की नाँव बना, मुझको तुम पार लगा दो ना !
दिन जल्दी-जल्दी ढ़लता है, पर रात बहुत ही लम्बी हो,
तुम हौले-हौले ख्यालों में आ कर मुझको थपका दो ना !
अधर में लटकी प्यास मेरी, तेरे अधरों से मिलन की है,
तुम अधरों को अपने दो पल, कभी मेरा नाम बता दो ना !
हर श्वास मेरी, हर आस मेरी, बस टिकी तेरे विश्वास पे है,
गिर के उठता, उठ के गिरता, तुम दो पल हाथ थमा दो ना !
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हर श्वास मेरी, हर आस मेरी, बस टिकी तेरे विश्वास पे है,
गिर के उठता, उठ के गिरता, तुम दो पल हाथ थमा दो ना !
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