आओ दर्द बाँट लें!
दर्द तेरे दिल में भी, दर्द मेरे दिल में भी,
दर्द इक-दूसरे का आओ बाँट लें।
राहें मुश्किल बहुत, बताये कैसे कोई,
आओ कुछ दूर तक सफर साथ काट लें।
सोचना हमको है क्या, सोचना तुमको है क्या,
है मंजिल वही, रोकना मन को है क्या,
आओ सबसे अलग आशियाँ छाँट लें ।
टूटते रहते दिल हैं जहाँ में बहुत,
ऐसा हमने नहीं होते देखा कभी,
सारी दुनिया से कोई खुद को काट ले ।
3 Comments:
आपको मै लगातार पढ़ती हूँ ... बहुत अच्छा लगता है जैसे अपने ही मन की बात हो..
बढ़िया है.
बहुत सुंदर अनंदमयी।
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