बंदा तेरा ही दास रहे !
मन की हरदम ये आस रहे,
तू सदा नज़र के पास रहे ।
तेरे प्यार से भीगे ये मौसम,
सदा सावन का ही मास रहे ।
कुछ और नहीं दिल है चाहे,
मुझ पर तेरा विश्वास रहे ।
तेरी सूरत देख खिलें गुलशन,
बिन तेरे फिजा उदास रहे ।
तू रहे ख्यालों की मलिका,
बंदा तेरा ही दास रहे ।
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